गाइड
वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग
मुख्य सिद्धांत, उदाहरण और फ़ायदे
वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग प्रोडक्ट फ़ीचर और प्राइसिंग से आगे बढ़ते हुए, कस्टमर मूल्यों और मान्यताओं के साथ ब्रैंड की कोशिशों को संरेखित करती है. यह तरीक़ा सही कनेक्शन और सार्थक अनुभव बनाता है जो शेयर किए गए मूल्यों के ज़रिए लंबे वक़्त तक कस्टमर लॉयल्टी को बढ़ावा देते हैं.
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वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग क्या है?
वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग एक रणनीतिक तरीक़ा है जो कस्टमर की मूल मान्यताओं और ज़रूरतों के हिसाब से सिद्धांतों को डिलीवर करने और बताने पर फ़ोकस करता है. यह मैसेजिंग के ज़रिए सार्थक कनेक्शन बनाने पर ज़ोर देता है जो सिर्फ़ प्रोडक्ट फ़ीचर या प्राइसिंग को प्रोमोट करने के बजाय कस्टमर मूल्यों के हिसाब का होता है.
वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग क्यों ज़रूरी है?
वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग एक ज़रूरी रणनीति के तौर पर उभर रही है, क्योंकि व्यक्तिगत मूल्य तेज़ी से कंज़्यूमर सेगमेंटेशन और व्यवहार को बेमिसाल तरीक़े से आकार दे रहे हैं. जनरेशनल डिवाइड से परे रिसर्च से पता चला है कि पाँच में से चार कंज़्यूमर अपनी मानसिकता और मूल्यों को उम्र की तुलना में ज़्यादा निश्चित ख़ूबियों के तौर पर पहचानते हैं, ऑडियंस तक पहुँचने के लिए मूल्यों के एलाइनमेंट को एक शक्तिशाली नई मिसाल के तौर पर स्थापित करते हैं. इस तरीक़े ने उल्लेखनीय असर को दर्शाया है, जिसमें 79% कंज़्यूमर ने उन ब्रैंड से ख़रीदारी करने की ज़्यादा संभावना की रिपोर्टिंग की है जिनके मूल्य उनके ख़ुद के मूल्य जैसे हों. प्रासंगिक ऑडियंस परिभाषा से लेकर कॉम्प्रिहेंसिव फ़नेल एट्रिब्यूशन तक, वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग ब्रैंड की क़ामयाबी के लिए मॉडर्न मार्केटर के फ़्रेमवर्क में एक ज़रूरी हिस्सा बन गई है.
वैल्यू-बेस्ड और पारंपरिक मार्केटिंग कैसे अलग हैं?
वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग पारंपरिक मार्केटिंग से अलग होती है, क्योंकि यह छोटे-वक़्त वाली बिक्री मेट्रिक के बजाय लंबे-वक़्त वाले कस्टमर संबंधों को प्राथमिकता देती है. जबकि पारंपरिक मार्केटिंग अक्सर प्रोडक्ट फ़ीचर और प्राइस पॉइंट पर फ़ोकस करती है, वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग शेयर्ड कनेक्शन, असली मैसेजिंग और कस्टमर-केंद्रित सोल्यूशन के ज़रिए सार्थक संबंध बनाने पर ज़ोर देती है.
वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग के प्रकार
वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग को चार मुख्य प्रकारों में कैटेगराइज़ किया जा सकता है, जिनमें से हर एक कस्टमर वैल्यू परसेप्शन के अलग पहलुओं को संबोधित करती है और ब्रैंड के पूरे वैल्यू प्रपोज़िशन में योगदान देती है. हालाँकि सभी ब्रैंड हर प्रकार की वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग का इस्तेमाल नहीं करेंगे, लेकिन कॉम्प्रिहेंसिव मार्केटिंग कैम्पेन बनाने के लिए हर प्रकार को समझना ज़रूरी है, जो कई वैल्यू डायमेंशन के हिसाब के होते हैं.
फ़ंक्शनल
फ़ंक्शनल वैल्यू किसी ब्रैंड के वैल्यू प्रपोज़िशन का एक मुख्य हिस्सा है, क्योंकि यह उन व्यावहारिक फ़ायदों और सोल्यूशन से संबंधित है जो प्रोडक्ट या सर्विस कस्टमर को देते हैं. यह इस बात पर ज़ोर देता है कि ऑफ़र कैसे ख़ास समस्याओं को हल करते हैं या कस्टमर की ज़िंदगी में कुशलता में सुधार करते हैं.
इमोशनल
भावनात्मक वैल्यू वाली मार्केटिंग कस्टमर के साथ गहरे लेवल पर जुड़ती है. यह इस बात पर फ़ोकस करती है कि कस्टमर ब्रैंड या प्रोडक्ट को कैसे महसूस और उसका अनुभव करते हैं. यह तरीक़ा सार्थक कस्टमर अनुभवों और व्यक्तिगत कनेक्शन के ज़रिए मज़बूत ब्रैंड लॉयल्टी बनाता है.
इकनॉमिक
आर्थिक मूल्य किसी ब्रैंड के वैल्यू प्रपोज़िशन के साथ देखे गए धन-संबंधी लाभ या बचत को रेफ़र करता है. यह नज़रिया डायरेक्ट सेविंग, लंबे वक़्त की लागत वाले फ़ायदे या इनवेस्टमेंट पर फ़ायदे पर फ़ोकस करता है.
सामाजिक
सामाजिक वैल्यू वाली मार्केटिंग दर्शाती है कि कैसे एक ब्रैंड के मिशन और ऐक्शन व्यापक सामाजिक लक्ष्य में योगदान देते हैं, जो उन कस्टमर को आकर्षित करते हैं जो सामाजिक ज़िम्मेदारी और सामुदायिक असर को प्राथमिकता देते हैं.
वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग के प्रमुख सिद्धांत
क़ामयाब वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग कई मूलभूत सिद्धांतों पर निर्भर करती है जो रणनीति के बनाए जाने और लागू किए जाने को गाइड करते हैं.
कस्टमर-केंद्रित मार्केटिंग एक ऐसी रणनीति है जो कस्टमर की ज़रूरतों और मूल्यों को सभी मार्केटिंग कोशिशों का ज़रूरी हिस्सा मानती है, यह पक्का करती है कि हर मैसेज और कैम्पेन सीधे कस्टमर की प्राथमिकताओं पर बात करे और सीधे कस्टमर सर्विस दे. हर इंटरैक्शन में कस्टमर को वैल्यू ऑफ़र करके, खोज, ख़रीदने पर विचार, ख़रीदारी या लॉयल्टी को ब्रैंड प्रेरित कर सकते हैं, इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि कस्टमर अपनी ख़रीदारी के सफ़र में कहाँ हैं.
ब्रैंड पर भरोसे का मतलब उस संबंध से है जो कस्टमर का किसी ब्रैंड के साथ होता है. इसे सिलसिलेवार, सही और सुलभ ब्रैंड कम्युनिकेशन से बनाया गया है जो कस्टमर की सफ़लता के लिए विश्वसनीयता और कमिटमेंट को दर्शाता है. ब्रैंड ट्रस्ट कस्टमर लॉयल्टी को बनाता है, ब्रैंड की वकालत को बढ़ाता है, बार-बार की जाने वाली ख़रीदारी को क़ायम करता है, और मज़बूत कस्टमर संबंध बनाता है.
सही होना और ट्रांसपेरेंसी बनाए रखना
ब्रैंड के लिए यह पक्का करना ज़रूरी है कि सही रहने को बनाए रखने के लिए उनके वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग मैसेज असल बिज़नेस ऑपरेशन के हिसाब के हों. कंपनी के मूल्यों का यह स्पष्ट प्रदर्शन ब्रैंड को प्रतियोगियों से अलग करता है और सही भावनात्मक संबंधों के ज़रिए मॉडर्न कंज़्यूमर के साथ गहरा तालमेल बनता है.
लंबे वक़्त तक के लिए वैल्यू क्रिएशन
हालाँकि कम समय वाली बिक्री के मेट्रिक तुरंत इनसाइट और फ़ीडबैक दे सकते हैं, लेकिन सिर्फ़ इन मेट्रिक पर फ़ोकस करना कम फ़ायदे वाले फ़ैसले की ओर लीड कर सकते हैं जो ब्रैंड के लंबे वक़्त तक टिके रहने को नुकसान पहुँचा सकते हैं. वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग को प्राथमिकता देकर, कंपनियां लंबे वक़्त तक रहने वाले मूल्य बनाएँगी जैसे कि मज़बूत कस्टमर संबंध, लगातार मुनाफ़ा और बिज़नेस का लंबे वक़्त तक क़ायम रहना.
वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग के क्या फ़ायदे हैं?
हाल की एक स्टडी में, 65% जवाब देने वालों ने कहा कि जब वे कोई प्रोडक्ट ख़रीदते हैं, तो ब्रैंड उनके लिए बहुत ज़रूरी होता है. कंज़्यूमर के लिए ब्रैंड मायने रखते हैं, और उसी तरह उनके मूल्य भी मायने रखते हैं. क्योंकि कंज़्यूमर अपनी ज़रूरतों को खुलकर बताने के लिए तैयार हैं, इसलिए ब्रैंड के लिए यह समझना और उनके साथ तालमेल बिठाना ज़रूरी है कि उनके कस्टमर किस चीज़ की गहराई से परवाह करते हैं, ख़ासकर जब आर्थिक विचार ख़रीदारी के फ़ैसले पर असर करते हैं.
ब्रैंड का बाकी सबसे अलग दिखने में सुधार
आज के भीड़-भाड़ वाले मार्केटप्लेस में, जहाँ प्रोडक्ट और सर्विस तेज़ी से एक दूसरे से मिलती जुलती हो रही हैं, ऐसे में किसी ब्रैंड के मूल्य और उद्देश्य उचित फ़र्क लाते हैं जो काफ़ी हद तक कंज़्यूमर के हिसाब का होता है. मुख्य मूल्यों को सही तरीक़े से बताकर और दर्शाकर, ब्रैंड अपनी बराबरी करने वालों से अलग दिख सकते हैं और उन कस्टमर को आकर्षित कर सकते हैं जो अपनी मान्यताओं को शेयर करते हैं, जिससे मुक़ाबले वाला लाभ मिलता है जिसे वक़्त के साथ दोहराना और बनाए रखना मुश्किल होता है.
बेहतर कस्टमर लॉयल्टी
वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग ऐसे कनेक्शन बनाकर लॉयल्टी लाती है जो कस्टमर और ब्रैंड के बीच शेयर की गई मान्यताओं के ज़रिए पारंपरिक लेन-देन संबंधों को पार करती हैं. यह तालमेल समुदाय की भावना लाता है, जिससे मुक़ाबले वालों के पास जाना कम आकर्षक हो जाता है, क्योंकि कस्टमर ब्रैंड को अपनी पहचान के इज़ाफ़े के तौर पर देखते हैं. इसका नतीजा सिर्फ़ प्रोडक्ट या सर्विस के बजाय शेयर किए गए मिशन और मक़सद पर क़ायम लॉयल्टी बिहेवियर और मज़बूत संबंधों का बढ़ना होता है.
ज़्यादा कस्टमर की संतुष्टि
जब कस्टमर अपने मूल्यों को शेयर करने वाले ब्रैंड के साथ एंगेज करते हैं, तो वे मूल प्रोडक्ट या सर्विस लेनदेन से परे ज़्यादा भावनात्मक संतुष्टि का अनुभव करते हैं, जिससे संतुष्टि का लेवल बढ़ जाता है. इस गहरे संबंध के नतीजे के तौर पर कस्टमर को ब्रैंड द्वारा ज़्यादा समझा हुआ और मूल्यवान महसूस होता है, जबकि मार्केटिंग मैसेज और असल ब्रैंड एक्सपीरिएंस के बीच स्थिरता शेयर्ड मूल्यों के लिए कंपनी के सही कमिटमेंट में उनकी संतुष्टि और भरोसे को मज़बूत बनाती है.
वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग के उदाहरण
केस स्टडी
Jeep ने महिलाओं की उपलब्धियों और लीडरशिप का जश्न मनाते हुए एक असरदार कैम्पेन बनाने के लिए Prime Video ऐड के साथ पार्टनरशिप की. यह कैम्पेन समानता और सशक्तिकरण के मूल्यों के साथ जुड़कर ऑडियंस के दिलों को गहराई से छू गया.

ख़बर
Ad Council ने अपने “लव योर माइंड” वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग कैम्पेन को लॉन्च करने के लिए Amazon Ads Streaming TV, ऑडियो और डिस्प्ले सोल्यूशन का फ़ायदा उठाया, जिसमें दिखाया गया कि कैसे भाषा सीखना मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देता है, जबकि उन ऑडियंस से जुड़ता है जो आत्म-सुधार और ज्ञान-संबंधी स्वास्थ्य को अहमियत देते हैं.

ख़बर
“लाउडर देन कैंसर” कैम्पेन ने कैंसर से बचे लोगों की कहानियों और म्यूज़िक के साथ उनके संबंधों को बढ़ाने के लिए Amazon Ads का इस्तेमाल किया, जिससे कैंसर रिसर्च को सपोर्ट करते हुए दर्शकों के साथ शक्तिशाली भावनात्मक संबंध बनाए गए.
केस स्टडी
Citizens वॉच ब्रैंड ने अपने सोलर पावर से चलने वाले टाइमपीस के बारे में टार्गेटेड मैसेज के ज़रिए पर्यावरण के प्रति जागरूक कंज़्यूमर तक पहुँचते हुए, स्थिरता और इको-फ़्रेंडली तरीक़ों के प्रति अपने कमिटमेंट को बताने के लिए Amazon Ads का असरदार ढंग से इस्तेमाल किया.

वैल्यू-बेस्ड मार्केटिंग के लिए Amazon Ads सोल्यूशन
Amazon Ads ब्रैंड को शक्तिशाली ऑडियंस एगेजमेंट क्षमताओं और अनेक ऐड फ़ॉर्मेट के ज़रिए वैल्यू के हिसाब से अलाइन की गई ऑडियंस के साथ सही तरीक़े से जुड़ने देता है. Amazon की अनोखी फ़र्स्ट-पार्टी इनसाइट और ऑडियंस सेगमेंट का फ़ायदा उठाते हुए, मार्केटर कस्टमर की ख़रीदारी के सफ़र के दौरान वैल्यू-बेस्ड मैसेजिंग के असर को मापते हुए, उनकी दिलचस्पियों, व्यवहारों और मूल्यों के आधार पर उचित कंज़्यूमर तक पहुँच सकते हैं.
Amazon DSP ख़रीदारों को उचित, वैल्यू-ड्रिवन मैसेज के साथ कई चैनलों पर मूल्यवान ऑडियंस तक पहुँचने में मदद करने के लिए प्रोग्रामैटिक एडवरटाइज़िंग का फ़ायदा उठाने देता है.
Sponsored Display ऐड दिखने में एंगेजिंग ऐड बनाते हैं, जो आपके ब्रैंड के मूल्यों को बताने और कस्टमर को उनके सफ़र के दौरान कई टच पॉइंट पर कनेक्ट करने में मदद करते हैं.
Amazon Marketing Cloud इस बारे में गहरी इनसाइट पाने में मदद करता है कि कैसे आपकी वैल्यू-बेस्ड मैसेजिंग अलग-अलग ऑडियंस सेगमेंट के हिसाब की होती है और उसी के अनुसार ऑप्टिमाइज़ करती है.
अगर आपके पास कम अनुभव है, तो Amazon Ads की ओर से मैनेज की जाने वाली सर्विस का अनुरोध करने के लिए हमसे संपर्क करें. कम से कम बजट अप्लाई होता है.
B2B मार्केटिंग के उदाहरण
केस स्टडी
Samsung ने B2B ऑडियंस तक पहुँचने के लिए वीडियो मार्केटिंग रणनीति का इस्तेमाल किया
Samsung ने रेस्तरां, दुकानों, स्कूलों, अस्पतालों और होटल सहित B2B सर्विस के लिए डेडिकेटेड बेहतरीन क़्वालिटी वाली स्क्रीन और इस्तेमाल में आसान सॉफ़्टवेयर के साथ नए बिज़नेस टीवी की एक रेंज बनाई. Samsung ने इटली में अपने बिज़नेस टीवी लॉन्च के लिए इन सभी सर्विस से B2B ऑडियंस तक पहुँचने के लिए Amazon Ads के साथ काम किया.
Samsung ने नए बिज़नेस कस्टमर के लिए टीवी पेश करने और सबसे ज़्यादा दिलचस्पी रखने वाली ऑडियंस को एंगेज करने के लिए, Amazon Ads के साथ मिल कर तीन महीने के समय में एक मार्केटिंग रणनीति बनाई. इस रणनीति के तहत Amazon Business पर वीडियो ऐड, Amazon DSP और ऐड प्लेसमेंट का इस्तेमाल किया गया, जो रजिस्टर्ड और वेरीफ़ाइड B2B कस्टमर की जरूरतों को पूरा करता है. इस कैम्पेन को आगे बढ़ाने के लिए, Samsung ने क्रिएटिव के साथ एंगेज हुई ऑडियंस को जोड़ने के लिए रीमार्केटिंग की, जिसमें जानकारी वाले प्रोडक्ट पेज के लिंक शामिल थे. Samsung ने पूरा वीडियो देखने का ज़्यादा रेट देखा, जिसमें उन बिज़नेस लीडर को एंगेज किया गया, जिन तक वे सम्बंधित इंडस्टी में पहुँच बनाना चाहते थे.