Amazon पर अपने ब्रैंड के बारे में जागरूकता और खरीदने पर विचार करने को बढ़ाने का तरीका

पेश करने वाले: जेस चेन, एसोसिएट मीडिया और एनालिटिक्स मैनेजर और एश्टन ब्राउन, टेक्निकल राइटर

Amazon पर होम कैटेगरी में 6,400 से ज़्यादा ब्रैंड को लेकर की गई 2020-2021 की इस स्टडी में, हमने सबसे बेहतर और सबसे कम परफ़ॉर्म करने वालों की एडवरटाइज़िंग रणनीति की तुलना करने के लिए, ब्रैंड मेट्रिक का इस्तेमाल किया है. उसके बाद हमने इस तुलना का इस्तेमाल करके ऐक्शन ली जा सकने वाली ऐसी इनसाइट हासिल की जिन्हें एडवरटाइज़र Amazon Store पर जागरूकता और खरीदने पर विचार करने के मौके बढ़ाने के लिए इस्तेमाल कर सकें.

स्टोरी के हाइलाइट:

इस स्टडी में, हमने जून 2020 से सितंबर 2021 के बीच दुनिया भर की होम कैटेगरी में 6,400 से ज़्यादा ब्रैंड का विश्लेषण किया. होम कैटेगरी में बाथ और लॉन्ड्री, होम एनवायरनमेंट, होम डेकोर, होम स्टोरेज वगैरह जैसे प्रोडक्ट बेचने वाले ब्रैंड शामिल किए जाते हैं. अपना विश्लेषण करने के लिए, हमने होम कैटेगरी के एडवरटाइज़र को चार क्लस्टर में बांटा. पहले क्लस्टर में हमने जागरूकता + खरीदने पर विचार के ब्रैंड मेट्रिक में सबसे कामयाब एडवरटाइज़र को रखा और इस मेट्रिक में सबसे कम कामयाबी हासिल करने वाले एडवरटाइज़र को हमने चौथे क्लस्टर में रखा.

हमारे विश्लेषण के मुताबिक होम कैटेगरी में सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वाले एडवरटाइज़र (पहले क्लस्टर) ने सबसे कम परफ़ॉर्म करने वाले एडवरटाइज़र (चौथा क्लस्टर) के मुकाबले, साल-दर-साल जागरूकता के ब्रैंड मेट्रिक में 1.47 गुना ज़्यादा बढ़त और खरीदने पर विचार करने के ब्रैंड मेट्रिक में 1.59 गुना ज़्यादा बढ़त हासिल की.

सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वाले

1.5 गुना

ब्रैंड के बारे में जागरूकता से जुड़ी साल दर साल ज़्यादा बढ़त

1.6x

ब्रैंड के बारे में जागरूकता से जुड़ी साल दर साल ज़्यादा बढ़त

एडवरटाइज़र को ऐक्शन ली जा सकने वाली इनसाइट देने के लिए, हमने जागरूकता के ब्रैंड मेट्रिक और खरीदने पर विचार करने के ब्रैंड मेट्रिक में साल-दर-साल होने वाली बढ़त का कंपोज़िट कामयाबी स्कोर बनाया. उसके बाद हमने ऐसी बेहतरीन एडवरटाइज़िंग और रिटेल रणनीतियों की पहचान की जिनकी मदद से मशीन लर्निंग एल्गोरिदम वाले कंपोज़िट स्कोर को बढ़ाया जा सके.

इस आर्टिकल में, मुख्य एट्रिब्यूट या रणनीतियों के बारे में इनसाइट/बेहतरीन तरीके बताए गए हैं. इनसे हमें यह जानकारी मिलती है कि होम कैटेगरी में सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वाले एडवरटाइज़र (पहला क्लस्टर) और होम कैटेगरी में सबसे कम परफ़ॉर्म करने वाले एडवरटाइज़र (चौथा क्लस्टर) ने हर मुख्य एट्रिब्यूट या रणनीति को किस हद तक इस्तेमाल किया है.

हमने यह स्टडी किस तरह से की थी, इस बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, इस आर्टिकल के आखिरी में मेथडोलॉजी सेक्शन देखें.

सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वालों में से 90% ऐसे थे जिन्होंने Stores लॉन्च किए या मौजूदा Stores बनाए रखे, जबकि सबसे कम परफ़ॉर्म करने वालों में से 0% ने ऐसा किया था

ब्रैंड को खरीदने पर विचार करना और ब्रैंड के बारे में जागरूकता को बेहतर बनाने में मदद करने वाला मुख्य तरीका Stores का इस्तेमाल करना है. Stores में कस्टमर को ब्रैंड की स्टोरी और उसके मिशन के साथ ही ब्रैंड के सभी प्रोडक्ट को एक ही जगह पर देखने की सुविधा मिलती है. स्टडी की जाने वाली अवधि के दौरान, सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वालों में से 90% ने या तो Amazon पर Store लॉन्च किया या फिर मौजूदा Store को बनाए रखा, जबकि होम कैटेगरी में सबसे कम परफ़ॉर्म करने वालों में से 0% ने ऐसा किया.

Store लॉन्च करने वाले या मौजूदा Store को बनाए रखने वाले ब्रैंड का प्रतिशत

90%

सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वाले

0%

सबसे कम परफ़ॉर्म करने वाले

सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वालों में से 100% ऐसे थे जिन्होंने Sponsored Brands वीडियो के ऐड क्रिएटिव इस्तेमाल किए, जबकि सबसे कम परफ़ॉर्म करने वालों में से 0% ने ऐसा किया था

सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वालों ने ब्रैंड के बारे में जागरूकता पैदा करने और ब्रैंड के प्रोडक्ट खरीदने पर विचार करने में मददगार साबित होने वाले जिस दूसरे तरीके को इस्तेमाल किया था, वह अपने कैम्पेन में Sponsored Brands वीडियो का फ़ायदा उठाना था. होम कैटेगरी में सबसे कम परफ़ॉर्म करने वाले 0% एडवरटाइज़र के मुकाबले, सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वाले 100% एडवरटाइज़र ऐसे थे जिन्होंने Sponsored Brands वीडियो का इस्तेमाल किया था.

Sponsored Brands वीडियो के ऐड क्रिएटिव इस्तेमाल करने वाले ब्रैंड का प्रतिशत

100%

सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वाले

0%

सबसे कम परफ़ॉर्म करने वाले

Sponsored Brands वीडियो इस्तेमाल करते समय ध्यान में रखी जाने वाली बातें

  • प्रोडक्ट हाइलाइट करना: पक्का करें कि वीडियो में ऐड वाले प्रोडक्ट इस तरीके से दिखाए गए हों जिससे उन्हें बेहतर ढंग से प्रमोट किया जा सके और Sponsored Brands वीडियो के बेहतर नतीजे हासिल किए जा सकें.
  • मुख्य मैसेज के बारे में पहले से और साफ़ शब्दों में बताएं: ऑन-स्क्रीन टेक्स्ट ऐसा एक और आसान तरीका है जिसकी मदद से आप ऑडियंस को ब्रैंड और उसके मैसेज से जोड़े रख सकते हैं. आप चाहें, तो साउंडट्रैक भी जोड़ सकते हैं, क्योंकि साफ़ शब्दों में दिए गए मैसेज से भी उतना ही असर पैदा किया जा सकता है.
  • वीडियो को छोटा और खास बात पर बनाए रखें: 15-30 सेकंड का वीडियो सबसे अच्छा साबित होता है. साथ ही, कस्टमर को साफ़ और सीधा मैसेज देने के लिए, एडवरटाइज़र को कुछ मुख्य बातों पर ध्यान देना चाहिए.

सबसे कम परफ़ॉर्म करने वालों के मुकाबले, सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वालों ने 5 गुना ज़्यादा समय तक Sponsored Brands के हमेशा चालू कैम्पेन चलाए

Sponsored Brands का इस्तेमाल करने पर कैम्पेन जारी रखने का समय ऐसी एक और इनसाइट है जिसे ब्रैंड मेट्रिक इस्तेमाल करके हासिल किया गया है. सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वालों ने Sponsored Brands के हमेशा चालू कैम्पेन औसतन 235 दिनों तक चलाए, जबकि सबसे कम परफ़ॉर्म करने वालों ने औसतन सिर्फ़ 47 दिनों तक कैम्पेन चलाए हैं.

Sponsored Brands का हमेशा चालू कैम्पेन चलाने के दिनों की संख्या

235

सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वाले

47

सबसे कम परफ़ॉर्म करने वाले

हमारा सुझाव है कि एडवरटाइज़र Sponsored Brands के हमेशा चालू कैम्पेन को साल भर चालू रखें. इससे उन्हें यह पक्का करने में मदद मिलेगी कि ब्रैंड के बारे में जागरूकता और खरीदने पर विचार करने का रेट साल भर ज़्यादा बना रहेगा. एडवरटाइज़र अपने कैम्पेन को सुझाए गए कम से कम समय से ज़्यादा समय तक चलाने के बारे में सोच सकते हैं ताकि वे यह पता लगा सकें कि समय बढ़ाने की वजह से परफ़ॉर्मेंस बढ़ती है या उसमें कमी आती है.

यूएस में, सबसे कम परफ़ॉर्म करने वालों के मुकाबले, सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वालों ने 1.9 गुना ज़्यादा समय तक Sponsored Display के हमेशा चालू कैम्पेन चलाए

Sponsored Brands की तरह ही, हमारे विश्लेषण से पता चला है कि Sponsored Display हमेशा ब्रैंड की मदद कर सकता है. Sponsored Display के हमेशा चालू रहने वाले कैम्पेन (सिर्फ़ अमेरिका का डेटा) के मामले में जहां सबसे कम परफ़ॉर्म करने वालों ने औसतन 135 दिनों तक ही कैम्पेन चलाए, वहीं सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वालों ने औसतन 259 दिनों तक कैम्पेन चलाए.

Sponsored Display का हमेशा चालू कैम्पेन चलाने के दिनों की संख्या

259

सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वाले

135

सबसे कम परफ़ॉर्म करने वाले

हमारा सुझाव है कि एडवरटाइज़र Sponsored Display के हमेशा चालू कैम्पेन को साल भर चालू रखें, ताकि यह पक्का किया जा सके कि ब्रैंड के बारे में जागरूकता और खरीदने पर विचार करने का रेट साल भर ज़्यादा बना रहे. एडवरटाइज़र अपने कैम्पेन को सुझाए गए कम से कम समय से ज़्यादा समय तक चलाने के बारे में सोच सकते हैं ताकि वे यह पता लगा सकें कि समय बढ़ाने की वजह से परफ़ॉर्मेंस बढ़ती है या उसमें कमी आती है.

नतीजा

हमारे विश्लेषण के मुताबिक, ब्रैंड मेट्रिक को मिलाकर देखते हुए हमने चार ऐसी रणनीतियों की पहचान की है, जिन्हें इस्तेमाल करके होम कैटेगरी वाले एडवरटाइज़र जागरूकता और खरीदने पर विचार करने को बढ़ाने में मदद पा सकते हैं: (1) प्रोडक्ट शोकेस करने के लिए Store लॉन्च करने के बारे में सोचें; (2) डायनेमिक तरीके से प्रोडक्ट प्रमोट करने के लिए Sponsored Brands वीडियो का इस्तेमाल करें; (3) Sponsored Brands के हमेशा चालू कैम्पेन कम से कम 235 दिनों तक और Sponsored Display के लिए कम से कम 259 दिनों तक कैम्पेन चलाने के बारे में गौर करें.

मेथडोलॉजी

हमने सबसे पहले सुपरवाइज़ किए गए मॉडल का इस्तेमाल किया, ताकि ऐसे एट्रिब्यूट की लिस्ट पहचानी जा सके जिनसे 16 मीडिया और रिटेल एट्रिब्यूट के कंपोज़िट स्कोर को बेहतर बनाने में मदद मिलती है. खास तौर से, हमने कामयाबी के आगे बताए गए मेट्रिक का सुइट बनाने के लिए, पांच-स्टेप वाली प्रोसेस के हिसाब से काम किया: जागरूकता के ब्रैंड मेट्रिक और खरीदने पर विचार करने के ब्रैंड मेट्रिक, उसके बाद हमने एडवरटाइज़िंग और रिटेल से जुड़ी सबसे बेहतर रणनीतियों का पता लगाया ताकि मशीन लर्निंग एल्गोरिदम वाले कामयाबी के मेट्रिक बढ़ाने में मदद मिल सके.

  • ब्रैंड चुनना: इस स्टडी में, हमने जून 2020 से सितंबर 2021 के बीच Amazon पर होम कैटेगरी में दुनिया भर के 6,482 से ज़्यादा सेलर का विश्लेषण किया.
  • कामयाबी के मेट्रिक तैयार करना: हमने जागरूकता के ब्रैंड मेट्रिक और खरीदने पर विचार करने के ब्रैंड मेट्रिक में साल-दर-साल होने वाली बढ़त का कंपोज़िट कामयाबी स्कोर बनाया. उसके बाद हमने ऐसी बेहतरीन एडवरटाइज़िंग और रिटेल रणनीतियों की पहचान की जिनकी मदद से मशीन लर्निंग एल्गोरिदम वाले कंपोज़िट स्कोर को बढ़ाया जा सके.
  • असरदार ऐड या रिटेल ऐक्शन की पहचान करना: फिर हमने इन सुविधाओं की अहमियत जानने के लिए, पियर्सन कोरिलेशन और XGBoost का इस्तेमाल किया. उसके बाद हमने एट्रिब्यूट की इस लिस्ट का इस्तेमाल करके अलग-अलग ब्रैंड के क्लस्टर का विश्लेषण किया, ताकि एक ही क्लस्टर में मौजूद ब्रैंड के लिए ऐड और रिटेल के एट्रिब्यूट एक जैसे रहें, जबकि दूसरे क्लस्टर में मौजूद ब्रैंड के लिए ऐड और रिटेल के एट्रिब्यूट अलग हों. ये एट्रिब्यूट हमेशा चालू रहने के हिसाब से मापे जाते हैं, जैसे कि Sponsored Products/Sponsored Brands/Sponsored Display का ऐक्टिव रहना. साथ ही, कीवर्ड टार्गेटिंग जैसी Sponsored Brands टार्गेटिंग, टार्गेटिंग क्लॉज़ जैसी Sponsored Display टार्गेटिंग, रिव्यू और औसत रेटिंग जैसे रिटेल एट्रिब्यूट के साथ ही Sponsored Brands वीडियो प्रोडक्ट कलेक्शन और कस्टम इमेज जैसे Sponsored Brands कैम्पेन के क्रिएटिव फ़ॉर्मेट के हिसाब से इन्हें मापा जाता है.
  • ब्रैंड के ग्रुप बनाना: हमने कैम्पेन की कामयाबी के मेट्रिक के हिसाब से उन्हें बांट कर चार क्लस्टर में रखा. उसके बाद हमने एडवरटाइज़िंग से जुड़े 16 ऐक्शन इस्तेमाल करके कामयाबी के मेट्रिक पर उनके असर का विश्लेषण किया.
  • ब्रैंड के ग्रुप की तुलना करना: हमने यह पता लगाया कि जागरूकता के ब्रैंड मेट्रिक और खरीदने पर विचार करने के ब्रैंड मेट्रिक को बेहतर बनाने के लिए ऐसी कौन सी रणनीतियां हैं जिन्हें सबसे बेहतर परफ़ॉर्म करने वाले ब्रैंड (पहला क्लस्टर) इस्तेमाल करते हैं लेकिन सबसे कम परफ़ॉर्म करने वाले ब्रैंड (चौथा क्लस्टर) उनका इस्तेमाल नहीं करते हैं.