Amazon Ads की नई रिसर्च से पता चलता है कि बड़ी उपलब्धियाँ कंज़्यूमर और ब्रैंड के बीच संबंधों पर कैसे असर डाल सकती हैं

लड़की

जीवन के बारे में सालों, मौसम, मिनटों या यहाँ तक कि कॉफ़ी के कप से भी पता लगाया जा सकता है, लेकिन कई लोगों के लिए, इसे निजी उपलब्धियों से मापा जाता है. डिग्री पूरी करना, नए घर में जाना या परिवार शुरू करने जैसे जीवन के अहम इवेंट लोगों को फिर से प्राथमिकता तय करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं कि उनके लिए क्या ज़रूरी है. और जैसे-जैसे हमारी ज़रूरतें बदलती हैं, वैसे ही प्रोडक्ट, सर्विस और ब्रैंड के साथ हमारे रिलेशन भी बदल जाते हैं.

जीवन के अहम इवेंट कंज़्यूमर के नज़रिए और व्यवहार पर किस तरह असर डालते हैं, इस बारे में विस्तार से जानने में मदद के लिए, Amazon Ads ने हाल ही में कंसल्टेंसी Alter Agents के साथ मिलकर इस विषय पर रिसर्च किया. रिसर्च में मोबाइल एथनोग्राफ़िज और नापने योग्य सर्वे के मिले-जुले रूप का इस्तेमाल किया गया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि अमेरिका में 18 से 74 साल की उम्र के कंज़्यूमर जीवन के कुछ सबसे बड़े पलों के लिए तैयार होने के दौरान प्रोडक्ट कैटेगरी की रेंज के ब्रैंड से किस तरह इंटरैक्ट करते हैं.

हमने क्या सीखा

परंपरागत रूप से, जीवन की उपलब्धियों को एक ही दिशा में सफ़र के हिस्से के रूप में देखा जाता है: अपनी डिग्री हासिल करना, प्यार करना और फिर शादी करना, नए घर में रहना, परिवार बढ़ाना और इसी तरह की चीज़ें. लेकिन, चूँकि हमारे जीवन की गति का पूर्वानुमान लगाना मुश्किल हो गया है, इसलिए ये इवेंट अलग-अलग क्रम में और अलग-अलग उम्र में हो सकते हैं. इस वजह से, ब्रैंड के लिए संभावित कस्टमर की पहचान करने और उनसे एंगेज होने के लिए पूरी तरह से डेमोग्राफ़िक पर भरोसा करना चुनौतीपूर्ण हो गया है. इसके बजाय, आज के ब्रैंड को अपने मुख्य कंज़्यूमर बेस के साथ बेहतर तरीक़े से जुड़ने के लिए एडवरटाइज़िंग रणनीतियों और सोल्यूशन की व्यापक रेंज का फ़ायदा उठाने की ज़रूरत है.

रिसर्च के 4 बड़े नतीजे

1. जीवन के अहम इवेंट कंज़्यूमर के सोचने, ख़रीदारी करने और अपना समय बिताने के तरीक़े पर असर डालते हैं

जवाब देने वाले ज़्यादातर लोगों के अनुसार, निजी उपलब्धियों का उनके रोज़ के जीवन पर व्यापक असर पड़ता है, जिससे अक्सर वे अपने विश्वास और व्यवहार को बदलते हैं.

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आधे से ज़्यादा कंज़्यूमर का कहना है कि जीवन के मौजूदा अहम इवेंट ने उनके निजी मूल्यों पर असर डाला है.

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68% कंज़्यूमर का कहना है कि उनके जीवन के मौजूदा अहम इवेंट ने उनके पैसे ख़र्च करने के तरीक़े पर असर डाला है.

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67% कंज़्यूमर का कहना है कि उनके मौजूदा जीवन के अहम इवेंट ने उनके समय बिताने के तरीक़े पर असर डाला है.

कोट आइकन

जीवन के इस इवेंट ने पक्के तौर पर मेरे समय बिताने और मूल्यों के तरीक़े को बदल दिया है, क्योंकि क़ानूनी तौर पर अब मैं शादीशुदा हूँ. यह एक तरह से मानसिकता को बदल देता है जो ऐसे व्यक्ति के साथ आगे आने वाला जीवन बिताने के बारे में है, जहाँ मुझे दो लोगों के हिसाब से सोचना होगा और सिर्फ़ ख़ुद के बजाय पूरे घर पर विचार करना होगा. इसलिए, मेरे मूल्यों के हिसाब से मुझे लगता है कि मेरी शादी और मेरा साथी अब और ज़्यादा अहम हैं. और मैं शादी करने के बाद से उसके साथ भी ज्यादा समय बिताती हूँ... इसलिए, इसने पक्के तौर पर इसे बदल दिया है कि मैं जीवन में समय किस तरह बिताती हूँ और अपनी प्राथमिकताओं को किस तरह तय करती हूँ.

कोट आइकन

- सारा एस., 24, शादी के बारे में

2. जीवन के अहम इवेंट के दौरान कंज़्यूमर के लिए ब्रैंड और प्रोडक्ट पर रिसर्च अहम हो जाता है

ज़्यादातर कंज़्यूमर का कहना है कि जीवन के अहम इवेंट के दौरान वे अपने ब्रैंड के बारे में ज़्यादा सोच-समझकर फ़ैसले लेते हैं. व्यवहार के इस ट्रेंड का बड़ा असर हो सकता है कि ब्रैंड अपनी मार्केटिंग रणनीतियाँ किस तरह बनाते हैं.

6

10 में से 6 कंज़्यूमर का कहना है कि वे प्रोडक्ट पर रिसर्च करने में समय बिताने की ज़्यादा संभावना रखते हैं.

6

10 में से 6 कंज़्यूमर का कहना है कि वे जीवन के अहम इवेंट की वजह से ऑनलाइन सोर्स (जैसे सर्च करना, रिव्यू और रिटेल वेबसाइट) पर ज़्यादा भरोसा करते हैं.

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10 में से 5 कंज़्यूमर का कहना है कि वे जीवन के अहम इवेंट की वजह से एडवरटाइज़िंग पर ज़्यादा भरोसा करते हैं.

कोट आइकन

ईमानदारी से कहूँ, तो मुझे लगता है कि सबसे बड़ा बदलाव जो मैंने मीडिया के नज़रिए से देखा, वह यह है कि मैंने असल में घरों और घर की ख़रीदारी और उसे सुंदर बनाने के लिए मीडिया की ज़्यादा खपत करना शुरू कर दिया, क्योंकि हम फ़िक्सर-अपर ख़रीदने जा रहे थे. इसलिए, कुछ मायनों में, मुझे शायद ऐसा लगा जैसे मैंने ज़्यादा टीवी देखना और ऑनलाइन खपत ज़्यादा करना शुरू कर दिया है, क्योंकि मैं यह बड़ी उपलब्धि हासिल करने जा रही थी.

कोट आइकन

- करिन एस., 32, घर ख़रीदने पर

3. जीवन के अहम इवेंट के दौरान कंज़्यूमर के बीच मीडिया कंज़म्पशन बढ़ जाता है. इससे ख़ास तौर पर मनोरंजन चैनल ब्रैंड तक पहुँचने और उनसे एंगेज होने के लिए असरदार अवसर बन जाते हैं

जीवन के अहम इवेंट के दौरान, मीडिया कंज़्यूमर के लिए तेज़ी से अहम हो जाता है. इससे उन्हें साझा अनुभवों के आधार पर दूसरों से सीखने और उनसे जुड़ने का अवसर मिलता है. साथ ही, रिसर्च और प्लानिंग का तनाव दूर करने का तरीक़ा भी मिलता है.

57
  • 57% कंज़्यूमर का कहना है कि वे जीवन के किसी ख़ास इवेंट के चलते कम से कम एक प्रकार के ऑडियो या वीडियो मीडिया चैनल का ज़्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं. इसमें म्यूज़िक स्ट्रीम करना और Streaming TV के साथ उनके एंगेजमेंट में सबसे बड़े असल बदलाव पाए गए हैं.

जीवन के अहम इवेंट के चलते मीडिया के इस्तेमाल में हुई असल बढ़ोतरी

लीनियर टीवी देखनास्ट्रीमिंग टीवी देखनालाइव स्ट्रीमिंग देखनास्ट्रीम किया जा रहा संगीत सुननापॉडकास्ट सुननावीडियो गेम खेलना
ज़्यादा27%32%29%32%27%26%
कम19%16%18%13%19%26%
असल बदलाव8 से ज़्यादा16 से ज़्यादा11 से ज़्यादा19 से ज़्यादा8 से ज़्यादा0

4. जीवन में कोई अहम इवेंट होने से नई तरह की कैटेगरी की ज़रूरतें पैदा हो जाती हैं.

हमारे रिसर्च में पाया गया कि कोई कंज़्यूमर किसी ख़ास रिटेल कैटेगरी के साथ किस तरह इंटरैक्ट करता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे जीवन के किस अहम इवेंट का अनुभव कर रहे हैं.

आपकी कैटेगरी को जीवन के किन अहम इवेंट पर ध्यान देना चाहिए?

कॉलेज शुरू होनाकॉलेज से ग्रेजुएट करनानई नौकरी शुरू करनादूसरी जगह जानाघर ख़रीदनाशादी करनाबच्चा होने की उम्मीदपालतू जानवर पानारिटायर होना
ऑटोमोटिव
कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स
फ़ैशन
फ़ाइनेंशियल सर्विस
घर के लिए सामान
घर को सुंदर बनाने वाले
टेलीकम्युनिकेशन
ट्रेवल
कोट आइकन

अब, मैं यह कहूँगी कि मैंने पॉडकास्ट और संगीत बहुत ज़्यादा सुना है. मैं ऐसा इसलिए कर रही हूँ, क्योंकि जब मैं सामान पैक कर रही होती हूँ और इन्हें ले जा रही होती हूँ और चीज़ों को करीने से सजा रही होती हूँ, तो असल में मुझे ब्रैकग्राउंड में कुछ चाहिए और ख़ौस तौर पर पॉडकास्ट और ऑडियोबुक.

कोट आइकन

- एलेक्सा एम., 21, कॉलेज शुरू करने पर