गाइड

ब्रैंड पहचान क्या है? यह क्यों ज़रूरी है?

ब्रैंड की पहचान कामयाब ब्रैंड मार्केटिंग रणनीतियों की नींव है जो लंबे समय तक बिज़नेस को बढ़ाती हैं. रणनीतिक बिक्री प्रमोशन और लगातार ब्रैंड मैसेजिंग से कंपनियां अपनी टार्गेट ऑडियंस के साथ मज़बूत रिश्ते बना सकती हैं.

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ब्रैंड पहचान क्या है?

ब्रैंड पहचान यह है कि उपभोक्ता किसी कंपनी का नाम देखे बिना उसके संकेतों और ख़ासियत से किसी ख़ास ब्रैंड को कितना पहचान पाते हैं. यह एक ब्रैंड की पहचान बनाने में मदद करता है, जिसमें लोगो, रंग, पैकेजिंग और डिज़ाइन जैसे एलिमेंट शामिल होती हैं जिससे ऑडियंस उसे देखते ही पहचान जाते हैं.

ब्रैंड पहचान ज़रूरी क्यों है?

ब्रैंड पहचान बिज़नेस की कामयाबी बढ़ाने के लिए बहुत ज़रूरी है क्योंकि यह सीधे तौर पर उपभोक्ता की ख़रीदने की आदतों और ब्रैंड के प्रति उनकी वफ़ादारी पर असर डाल सकती है. मार्केटप्लेस में जब बहुत सारी कंपनियाँ होती हैं, तो एक मज़बूत ब्रैंड पहचान होने से कंपनी को अलग दिखने में मदद मिलती है. इससे कंपनी प्रीमियम प्राइसिंग की माँग कर पाती है और लोग उस पर भरोसा करते हैं और उसे पहचानते हैं, जिससे कस्टमर के साथ लंबे रिश्ते बनते हैं.

ब्रैंड पहचान कैसे काम करती है?

ब्रैंड पहचान लगातार दिखने और यादगार ब्रैंड एक्सपीरिएंस से काम करती है जो उपभोक्ताओं के मन में लम्बे समय के लिए छाप छोड़ती है. यह चेतन और अवचेतन दोनों स्तरों पर काम करता है, जहाँ ब्रैंड एलिमेंट के साथ बार-बार इंटरैक्ट करने से न्यूरल पाथ बनते हैं जो तुरंत पहचान और भावनात्मक सम्बंध बनाने में मदद करते हैं.

यह ब्रैंड के बारे में जागरूकता से कैसे अलग है?

ब्रैंड के बारे में जागरूकता और ब्रैंड की पहचान में मुख्य फ़र्क ब्रैंड की गहरी जानक़ारी का है. ब्रैंड के बारे में जागरूकता का मतलब है कि आपके ब्रैंड के प्रोडक्ट कितने लोगों तक पहुँचते हैं और लोग उन्हें कितना जानते हैं, जबकि ब्रैंड की पहचान का मतलब है कि लोग आपके ब्रैंड को उसकी किसी ख़ास चीज़, जैसे लोगो से पहचान पाएँ.

ब्रैंड पहचान के फ़ायदे

कई और ब्रैंड के बीच एक जाना-पहचाना नाम होने के अलावा, ब्रैंड पहचान इसलिए भी अच्छी है क्योंकि यह आपके ब्रैंड को लोगों के दिमाग में एक ख़ास जगह बनाने में मदद करती है. ब्रैंड को पहचानने के फ़ायदों में कस्टमर का ज़्यादा भरोसा और वफ़ादारी शामिल है, साथ ही बाज़ार में आपकी बेहतर जगह भी बन सकती है.

कस्टमर का भरोसा और वफ़ादारी

एक मज़बूत ब्रैंड पहचान से विश्वसनीयता और भरोसा बढ़ता है, जिससे लोग बार-बार आपके प्रोडक्ट ख़रीदते हैं और दूसरों को भी उसके बारे में बताते हैं. जब कस्टमर को आपका ब्रैंड लगातार याद रहता है और वे उससे जुड़ाव महसूस करते हैं, तो वे आपके पक्के कस्टमर बनने की ज़्यादा संभावना रखते हैं.

बाज़ार में बेहतर स्थिति

अच्छी ब्रैंड पहचान होने से कंपनियाँ ज़्यादा प्रीमियम प्राइसिंग की माँग कर पाती हैं और गलाकाट मुक़ाबले में भी अपनी बाज़ार हिस्सेदारी बनाए रखती हैं. यह एक ऐसी प्रतिस्पर्धी बढ़त बनाता है जिसकी नकल करना विरोधियों के लिए मुश्किल है.

ब्रैंड की पहचान बनाने का तरीक़ा

ब्रैंड पहचान बनाने के लिए कई चीज़ें एक साथ करनी पड़ती हैं, जैसे कि विज़ुअल एलिमेंट, एक जैसी मैसेजिंग और अलग-अलग जगहों चैनल पर रणनीतिक तरीक़े से मार्केटिंग करना, जिससे लोगों के ब्रैंड पर भरोसा करने में मदद मिलती है और उसे याद रख सकें. इस प्रोसेस में याद रखने लायक लोगो और विज़ुअल ब्रैंड आइडेंटिटी, अपनी यूनीक ब्रैंड वॉइस तैयार करना, कॉन्टेंट मार्केटिंग के लिए बढ़िया रणनीति लागू करना, डिजिटल और पारंपरिक एडवरटाइज़िंग का फ़ायदा उठाना, कस्टमर को अच्छा अनुभव देना और अपनी कम्युनिटी के साथ एंगेज करना शामिल है. हर ब्रैंड इंटरैक्शन में लगातार बने रहना ज़रूरी है. पहचान बनाने में कामयाबी तब मिलती है जब आप धैर्य से, लंबे समय तक कोशिश करते हैं, बाज़ार के बदलावों के साथ खुद को ढालते हैं लेकिन अपनी मूल ब्रैंड पहचान बनाए रखते हैं, और अपनी रणनीतियों को बेहतर बनाने के लिए नियमित रूप से नतीजों को मापते रहते हैं. यह सब मार्केट रिसर्च के साथ-साथ टेस्टिंग और सीखने से भी सपोर्ट किया जा सकता है.

बनाने के लिए, आपको चाहिए:

1. विज़ुअल पहचान

एक जैसी दिखने वाली चीज़ें ब्रैंड को पहचानने और याद रखने में बहुत मदद करती हैं. ब्रैंड का नाम, लोगो, रंग और मार्केटिंग कोलैट्रल, जब एक जैसी ब्रैंडिंग दिखती हैं, तो कस्टमर को ब्रैंड आसानी से पहचानने में मदद मिलती है.

2. ब्रैंड एक्सपीरिएंस

ब्रैंड को किसी ख़ास अनुभव से जोड़ना भी उसे पहचानने में मदद कर सकता है. इसमें यादगार ब्रैंड मार्केटिंग कैम्पेन, ऑन-साइट एक्टिवेशन, कोलैबरेशन या फिर कोई ऐसी टैगलाइन हो सकती है जो लोगों को याद रह जाए, जिससे ग्राहकों के मन में सकारात्मक भावना पैदा हो.

3. लगातार मैसेज भेजते रहना

एक ब्रैंड की पहचान और ब्रैंड के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, चाहे वह स्टोर में हो, सोशल मीडिया पर हो, कस्टमर सर्विस के ज़रिए हो, किसी जिंगल में हो या कहीं और, उसकी सही टोन बहुत ज़रूरी होती है. आपका ऑडियंस को समझना और वो तरीक़ा जिससे वे आपके ब्रैंड को पसंद करते हैं, आपको यह तय करने में मदद करता है कि लोग आपके ब्रैंड को कैसे याद रखेंगे और इससे एक ख़ास पहचान बनाने में मदद मिलती है.

4. रणनीतिक प्लेसमेंट

कभी-कभी, किसी एडवरटाइज़िंग प्लेसमेंट से ब्रैंड को लोग पहचानने लगते हैं. ब्रैंड के लिए सुरक्षित चैनलों पर एडवरटाइज़िंग किसी भी एडवरटाइज़र की रणनीति का एक बहुत ही ज़रूरी हिस्सा है. एडवरटाइज़िंग प्लेसमेंट के हिसाब से ब्रैंड के लिए अच्छी और बुरी बातें हो सकती हैं, ये इस पर निर्भर करता है कि एडवरटाइज़मेंट कहाँ लगा है और उसके आस-पास क्या चल रहा है.

5. कम्युनिटी बनाना

कम्युनिटी बनाने से ऑडियंस में जुड़ाव की भावना तो आती ही है, साथ ही यह लोगों के बीच प्रचार-प्रसार का अवसर भी पैदा करता है. अपने ब्रैंड के आस-पास कम्युनिटी बनाने से, चाहे सीधे मिल-जुलकर, सोशल मीडिया पर या किसी और तरीक़े से, आख़िर में आपके ब्रैंड को लोग पहचानने लगते हैं और उन पर भरोसा भी करते हैं, जिससे वो आपके ब्रैंड के नेचुरल एम्बेसडर बन जाते हैं.

ब्रैंड की पहचान को कैसे मापें

ब्रैंड को लोग कितना जानते और पहचानते हैं, इसे कई तरह के क्वांटिटेटिव और क्वालिटेटिव मेट्रिक से मापा जा सकता है. इसमें देखा जाता है कि लोगों को ब्रैंड के बारे में कितनी जागरूकता है और वे उसके बारे में क्या सोचते हैं. ब्रैंड को लोग कितना पहचानते हैं और कितना याद रख पाते हैं, यह अक्सर इस बात से पता चलता है कि लोगों की ब्रैंड के बारे में जागरूकता कितनी है, कस्टमर का क्या फ़ीडबैक है और वे उस ब्रैंड को ख़रीदने या उससे जुड़ने के लिए कितने तैयार हैं. आखिरकार, यह इस बात का सबूत है कि आपका ब्रैंड कहाँ खड़ा है.

Amazon Brand Lift

Amazon Brand Lift स्टडी में, एडवरटाइज़िंग और मार्केटिंग कैम्पेन का ब्रैंड के बारे में जागरूकता, विचार करना और ख़रीदने की उनकी इच्छा पर क्या असर पड़ता है, ये सब जानने के लिए ऐसी ऑडियंस पर रिसर्च की जाती है जिन्होंने एडवरटाइज़ देखे हैं और जिन्होंने नहीं देखे हैं.

ब्रैंड के पहचान की कामयाबी के उदाहरण

केस स्टडी

Frontida Health

Frontida Health, जिसका पुराना नाम iHealth Labs था, ने 2023 में अपनी नई पहचान बनाने और घर से हेल्थकेयर देने वाली कैटगरी में अपनी पहुँच बढ़ाने के लिए Amazon Ads के साथ पार्टनरशिप की. उन्होंने Amazon DSP, Streaming TV ऐड, और स्पॉन्सर्ड ऐड का इस्तेमाल करके Prime Big Deal Days जैसे बड़े ख़रीदारी इवेंट के दौरान हेल्थकेयर प्रोफ़ेशनल और सीधे कस्टमर, दोनों से जुड़ने के लिए कई तरीक़े अपनाए. यह कैम्पेन नई ऑडियंस तक भी पहुँचा और मौजूदा कस्टमर से भी जुड़ा रहा. इससे ब्रैंड में नए कस्टमर 70% बढ़े और ऐड पर ख़र्च से 2 गुना से ज़्यादा फ़ायदा हुआ. उनकी कामयाबी ने दिखाया कि Amazon के फ़ुल-फ़नेल एडवरटाइज़िंग सोल्यूशन इस्तेमाल करके, एक अच्छी रीब्रांडिंग कैम्पेन कैसे ब्रैंड के बारे में जागरूकता और बिक्री भी बढ़ा सकती है, ख़ासकर कॉम्पिटिटिव हेल्थकेयर प्रोडक्ट के सेक्टर में.

जूते

केस स्टडी

Thermal J

जापानी हीटर वेयर बैंड Thermal J ने 2023 की छुट्टियों के सीज़न में अमेरिका में अपनी पहुँच बढ़ाने के लिए Amazon Ads के साथ मिलकर काम किया. ब्रैंड ने फ़ैशन पसंद करने वाले लोगों और आउटडोर एक्टिविटीज़ के शौकीनों तक पहुँचने के लिए Amazon DSP, Streaming TV ऐड और स्पॉन्सर्ड ऐड का इस्तेमाल करके एक ज़बरदस्त रणनीति अपनाई. इस मल्टी-चैनल तरीकों से काम करने के चलते परफ़ॉर्मेंस में बहुत सुधार हुआ है, जैसे नए कस्टमर 95% बढ़ गए और ऐड पर ख़र्च से हुआ फ़ायदा पिछले साल के मुक़ाबले 2.5 गुना ज़्यादा मिला. Thermal-J की सफलता दिखाती है कि कैसे Amazon के फ़ुल-फ़नेल एडवरटाइज़िंग सोल्यूशन का इस्तेमाल करके अंतरराष्ट्रीय ब्रैंड को नई जगहों पर आसानी से पहुँचाया जा सकता है. इससे ब्रैंड की पहचान और बिक्री दोनों ही ख़रीदारी के अहम अवधि में बढ़ती हैं.

thermal J

केस स्टडी

Bro Glo

2023 के अपनी छुट्टियों के कैम्पेन के दौरान, पुरुषों के स्किनकेयर ब्रैंड Bro Glo ने Amazon Ads के साथ मिलकर अपनी पहुँच बढ़ाने का फ़ैसला किया. वे अपनी मुख्य स्पोर्ट और फ़िटनेस ऑडियंस से आगे बढ़कर, पुरुषों की बढ़ती पर्सनल केयर कैटेगरी का फ़ायदा उठाना चाहते थे. Amazon DSP, Streaming TV ऐड, और स्पॉन्सर्ड ऐड के सही तालमेल से, उन्होंने फ़िटनेस के शौकीनों और आम उपभोक्ताओं, दोनों तक अपने प्रोडक्ट की ख़ासियत और आसानी के बारे में बताया. कैम्पेन ने उम्मीद से कहीं ज़्यादा अच्छा परफ़ॉर्म किया. चौथी तिमाही 2023 में नए कस्टमर से होने वाली ख़रीदारी 67% बढ़ गई और ऐड पर ख़र्च से हुआ फ़ायदा 4.5 गुना ज़्यादा मिला. Bro Glo की कामयाबी की कहानी दिखाती है कि कैसे Amazon के एडवरटाइज़िंग सोयूशन को साथ में इस्तेमाल करके नए ब्रैंड को बड़ी कैटेगरी में अपनी जगह बनाने में मदद मिल सकती है और साथ ही बढ़िया परफ़ॉर्मेंस मेट्रिक भी बनाए रख सकते हैं.

BRO GLO

केस स्टडी

Jocko Fuel

Jocko Fuel, जो कि एक प्रीमियम सप्लीमेंट ब्रैंड है और जिसे नेवी सील के पूर्व कमांडो जोको विलिंग ने शुरू किया था, उन्होंने 2023 के अपने हॉलिडे कैम्पेन के दौरान Amazon Ads के साथ हाथ मिलाया. उनका मकसद था कि वे सिर्फ़ मिलिटरी और फ़िटनेस से जुड़े लोगों से आगे बढ़कर और भी ऑडियंस तक पहुँच सकें. यह ब्रैंड फ़िटनेस के शौकीनों और आम लोगों तक पहुँचने के लिए Amazon DSP, Streaming TV ऐड और स्पॉन्सर्ड ऐड का इस्तेमाल करके एक बड़ी रणनीति लेकर आया. उनकी "Fuel Your Mission" कैम्पेन लोगों को खूब पसंद आया, जिसके चलते 2023 की चौथी तिमाही में ब्रैंड में 96% नए ऑडियंस ज़्यादा जुड़े और ऐड पर ख़र्च से हुए फ़ायदे पर 3 गुना ज़्यादा वापसी मिली. प्रामाणिक ब्रैंड मैसेजिंग को Amazon के फ़ुल-फ़नेल एडवरटाइज़िंग सोल्यूशन के साथ जोड़ने से कैसे एक विशिष्ट ब्रैंड की अपील को असरदार ढंग से बढ़ाया जा सकता है, साथ ही मजबूत परफ़ॉर्मेंस मेट्रिक्स को बनाए रखा जा सकता है, यह कामयाबी इसका सबूत है.

ग्लास