OnePlus को जनरेशन Z वाली युवा ऑडियंस से जुड़ना था. इसका एक ही उपाय था उनका फ़ीडबैक लेना.

02 मार्च, 2023 | ज़रीन इमाम, सीनियर कॉन्टेंट और एडिटोरियल मैनेजर

One Plus मोबाइल फ़ोन

यूरोप में OnePlus की चीफ़ मार्केटिंग ऑफ़िसर सेलिना शी को पता था कि इस ब्रैंड के लिए युवा ऑडियंस की राय जानना और उससे सीख लेना बेहद ज़रूरी है. Amazon Ads के एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, “अगर आप वास्तव में जानना चाहते हैं कि आपकी ऑडियंस को क्या पसंद है या उसे क्या चाहिए, तो आपको समय निकालकर उनकी बात सुननी होगी.” “यह समझने की कोशिश करें कि वे क्या करते हैं और अलग-अलग तरह के कॉन्टेंट से कैसे इंटरैक्ट करते हैं. उन मोबाइल ऐप के बारे में जानने की कोशिश करें, जिनका वे उपयोग कर रहे हैं और पता लगाएं कि उनकी किन विषयों में दिलचस्पी है.”

ख़ास तौर से अलग-अलग जनरेशन, क्षेत्रों और संस्कृतियों से जुड़ी ऑडियंस से कनेक्ट होने का मतलब है कि किसी ब्रैंड के पास अच्छी तरह से तैयार किए गए ऐसे कई मैसेज का होना, जिससे वह अपनी एक अलग पहचान बना सके. ब्रैंड को अलग-अलग तरह की ऑडियंस के मन में दिलचस्पी जगाने के लिए अपनी मार्केटिंग को कस्टमाइज़ करने के एक ऐसे तरीके की तलाश थी, जिससे वह अपने अलग-अलग तरह के कस्टमर पर न सिर्फ़ अपना प्रभाव डाल सके, बल्कि उन्हें यह अहसास दिला सके कि ब्रैंड प्रामाणिक है.

टेक्नोलॉजी से जुड़े इस ब्रैंड ने यह तरीका 2022 में उस समय अपनाया था, जब वह Amazon Ads के साथ मिलकर दो सबसे बड़े लॉन्च की तैयारी कर रहा था, इसे अपनाने का मुख्य उद्देश्य जनरेशन Z से जुड़ी युवा और मिलेनियल ऑडियंस तक पहुंचना था. सबसे ज़रूरी बात यह थी कि ऐसा कॉन्टेंट बनाना था, जिसमें अलग-अलग तरह का ऐसा कॉन्टेंट हो, जो हर जनरेशन और ऑडियंस को पसंद आए. एक कैम्पेन में Amazon Freevee और Amazon Ads Brand Innovation Lab की मदद ली गई, और एक अन्य लॉन्च यूरोपियन मास्टर्स (Twitch पर होस्ट किया जाने वाला एक ई-स्पोर्ट्स टूर्नामेंट) के दौरान गेमर्स तक पहुंचने के उद्देश्य से किया गया.

बार्सिलोना के मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में Amazon Ads के साथ होने वाले अपने सेशन से पहले, शी ने यह बताने का फ़ैसला लिया कि ब्रैंड के नए कस्टमर से जुड़ने के लिए मार्केटिंग से जुड़ी अपनी नई रणनीतियां बनाने के लिए OnePlus ने किस तरह के कदम उठाए, उन्होंने अपने लॉन्च को सफल कैसे बनाया, और उपभोक्ताओं के लिए प्रासंगिक बने रहने के लिए उन्होंने कौन-से तरीके अपनाए.

बार्सिलोना के मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में एक फ़ायरसाइड चैट के दौरान सेलिना शी
बार्सिलोना के मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में एक फ़ायरसाइड चैट के दौरान ऑडियंस

बार्सिलोना के मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में हुई फ़ायरसाइड चैट के दौरान, OnePlus की सेलिना शी ने बताया कि कंपनी क्रिएटिव कैम्पेन के ज़रिए कैसे युवा ऑडियंस को अपने साथ जोड़ रही है.

आपके हिसाब से, पिछले कुछ वर्षों में मार्केटिंग करने के तरीके में कैसे बदलाव आए हैं, ख़ास तौर से जब कई हिस्सों में विभाजित डिजिटल स्पेस में जागरूकता बढ़ाने और ऑडियंस तक पहुंचने की बात आती है?

हम बड़ी संख्या में मौजूद ऐसी युवा ऑडियंस के बीच मार्केटिंग कर रहे हैं, जो एंगेजिंग कॉन्टेंट को महत्व देती है. मीडिया क्षेत्र की व्यापकता और विविधता से जुड़ी चुनौतियों के कारण, OnePlus न सिर्फ़ उस ऑडियंस तक पहुंचना चाहता था, बल्कि वह उन्हें खुद से जोड़ना भी चाहता था. इसी वजह से हम Amazon Ads Brand Innovation Lab के साथ मिलकर काम करना चाहते थे, ताकि उनकी मदद से ऐसे कस्टमाइज़ ऐड क्रिएटिव बना सकें, जो हर तरह के उपभोक्ता से जुड़ी ज़रूरतों को पूरा करने के हिसाब से बने हों.

OnePlus में हमारा मंत्र है “Never settle” (बेहतर से बेहतर), क्योंकि हम अपने युवा उपभोक्ताओं को सशक्त बनाना चाहते हैं. हमारा उद्देश्य उन्हें सिर्फ़ प्रोडक्ट बेचना नहीं है, बल्कि वास्तव में हम उनके साथ मिलकर अपने ब्रैंड की दिशा तय करना चाहते हैं. हम “Never settlers” (और बेहतर की चाह रखने वाले) की एक ऐसी कम्युनिटी बनाने के लिए अपने ब्रैंड का उपयोग करते हैं, जो हमारी तरह ही बेहतरीन टेक्नोलॉजी के दीवाने हैं और जिनकी सोच हमारी मूल विचारधारा से मिलती-जुलती है. उस कम्यूनिटी की कहानी सुनाना, और उसे अपने हर काम में गर्व के साथ उपयोग करना, यही सबसे बड़ा कारण है उसका दायरा बढ़ने का.

आपके हिसाब से OnePlus से उन युवा ऑडियंस को प्रामाणिकता का अहसास होता है, जिनसे आप जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं?

हमारा ब्रैंड यूज़र को ध्यान में रखकर काम करता है, हम अपनी कम्यूनिटी को सबसे ज़्यादा महत्व देते हैं, हम अपना हर काम उसी को ध्यान में रखते हुए करते हैं. वे हमारी प्रोडक्ट डेवलपमेंट प्रोसेस का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और हमारी मार्केटिंग रणनीति की महत्वपूर्ण कड़ी हैं. हम अपनी कम्यूनिटी की राय जानने की हमेशा कोशिश करते रहते हैं और उनके सहयोग से बहुत से काम करते हैं, ताकि “Never settle” (बेहतर से बेहतर) के मंत्र को असल ज़िंदगी में उतारा जा सके. हम यह भी मानते हैं कि जब भी हम गलतियां करते हैं, तो हम अपने यूज़र के फ़ीडबैक खुले मन से स्वीकार करते हैं और हम उनके सुझावों के आधार पर बदलाव करते हैं.

उदाहरण के लिए, हमारे एक प्रोडक्ट लॉन्च के दौरान, हमने अपने स्मार्टफ़ोन के कुछ प्रमुख फ़ीचर्स को हटाने का फ़ैसला लिया. हालांकि, हमारे कस्टमर को हमारा यह फ़ैसला सही नहीं लगा. और उनसे मिले फ़ीडबैक के कारण, हमारे ब्रैंड ने उन फ़ीचर्स को फिर से शामिल करने का फ़ैसला लिया. इससे पता चलता है कि हम अपने कस्टमर और उनकी ज़रूरतों को कितना महत्व देते हैं और हम उनके लिए सबसे अच्छा प्रोडक्ट बनाना चाहते हैं.

One Plus फ़ोन का इस्तेमाल करता एक व्यक्ति
बिस्तर पर लेटा एक व्यक्ति किताब पढ़ रहा है और One Plus फ़ोन साइड टेबल पर रखा हुआ है

ब्रैंड लीडर होने के नाते, उन मार्केटर्स को आपकी क्या सलाह है, जो संभावित नए कस्टमर से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं? युवा ऑडियंस के बारे में आपका क्या सोचना है? उन्हें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

अपनी ऑडियंस से सीखें. अगर आप वाकई में जानना चाहते हैं कि आपकी ऑडियंस को क्या पसंद है और वो क्या चाहती है, तो आपको उनकी राय जानने के लिए समय देना होगा. यह समझने की कोशिश करें कि वे अलग-अलग तरह के कॉन्टेंट से कैसे इंटरैक्ट करते हैं. उन मोबाइल ऐप के बारे में जानने की कोशिश करें, जिनका वे उपयोग कर रहे हैं और पता लगाएं कि उनकी किन विषयों में दिलचस्पी है. इसके अलावा, आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपके कैम्पेन प्रभावी हों और लगातार ऑप्टिमाइज़ होते रहें. इसके लिए, Amazon Ads जैसी कंपनियों की मदद लें, जिनसे हमें अलग-अलग क्षेत्रों और चैनलों पर ऑडियंस से जुड़ने में मदद मिली.

आप उन मार्केटर्स को क्या सलाह देंगे, जो अपने ब्रैंड को डेवलप करने की कोशिश करते हुए एडवरटाइज़िंग स्पेस में हो रहे बदलावों को अपनाने का काम कर रहे हैं?

ऐसे मार्केटर्स के लिए मेरी दो सलाह हैं. पहली कि क्रांतिकारी तरीके का उपयोग करें. हम डिजिटल आधारित तरीके पर ज़्यादा ध्यान देते हैं, और हम सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव हैं, क्योंकि युवा ऑडियंस उन चैनलों पर एक्टिव रहती है. हमें यह भी पता है कि युवा पीढ़ी लोगों की बातों और उनके रिव्यू को ज़्यादा महत्व देती है और खरीदारी से जुड़े अपने फ़ैसले लेने के लिए सोशल दुनिया से मिले सुझाव उनके लिए मायने रखते हैं. इसलिए, अपने ऑडियंस की प्राथमिकताओं को समझें, जिस प्लेटफ़ॉर्म पर वे पहले से मौजूद हैं, उन प्लेटफ़ॉर्म के ज़रिए उन तक पहुंचें. साथ ही, नए और क्रांतिकारी तरीके से उनके बीच मार्केटिंग करें, ताकि आप सबकी पहली पसंद बने रहें.

दूसरी सलाह है कि आपको सही टूल का उपयोग करना होगा. उदाहरण के लिए, Amazon Ads के साथ मिलकर काम करने से हमें अपने ब्रैंड को आगे बढ़ाने के लिए उनसे बेहतरीन टूल और इनसाइट मिले.

अलग-अलग क्षेत्रों की ऑडियंस में मार्केटिंग करते समय एडवरटाइज़र को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

हम कुछ ही देशों में मार्केटिंग कर रहे हैं, जहां हम हर चीज़ का पूरा ध्यान रखते हैं, इसलिए हमारे लिए ज़रूरी हो जाता है कि हर देश की सांस्कृतिक संवेदनशीलता और विभिन्नताओं की पूरी जानकारी हमारे पास हो. हमें अनुवाद का उपयोग करने के बारे में भी सोचना चाहिए और इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि हमारे ब्रैंड का मैसेज अलग-अलग भाषा में लोगों तक कैसे पहुंच रहा है. हमें इस बारे में भी सोचना चाहिए कि अलग-अलग कम्यूनिटी के लोग कौन-से डिजिटल चैनल का उपयोग करते हैं. जैसे कि, शायद किसी एक देश में [उपभोक्ता] Facebook का उपयोग बहुत ज़्यादा किया जाता हो, वहीं किसी दूसरे देश में शायद Twitter का उपयोग ज़्यादा होता हो, और इसका असर हमारी मार्केटिंग की रणनीति पर पड़ता है. ऐसे में मेरी सबसे बढ़िया सलाह है कि आप स्थानीय लोगों से जुड़ी एक बेहतरीन टीम बनाएं और उसके साथ मिलजुलकर काम करें, क्योंकि वे उनके क्षेत्र की संस्कृति को अच्छी तरह से जानते हैं और आपके ब्रैंड को स्थानीय रूप से आगे बढ़ने में मदद कर सकते हैं.